Indicators on shiv chalisa lyricsl You Should Know
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योगी यति मुनि ध्यान लगावैं। नारद शारद शीश नवावैं॥
जय गिरिजा पति दीन दयाला। सदा करत सन्तन प्रतिपाला॥
शिव आरती
लै त्रिशूल शत्रुन को मारो। संकट से मोहि आन उबारो॥
अथ श्री बृहस्पतिवार व्रत कथा
मातु पिता भ्राता सब कोई। संकट में पूछत नहिं कोई॥
दुष्ट सकल नित मोहि सतावै। भ्रमत रहौं मोहि चैन न आवै॥
वेद नाम महिमा तव गाई। अकथ अनादि भेद नहिं पाई॥
जो यह पाठ करे मन लाई। ता पर होत है शम्भु सहाई॥
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जय हनुमान ज्ञान गुन सागर । जय कपीस तिहुँ लोक उजागर ॥ राम दूत अतुलित बल धामा
On Trayodashi (thirteenth working day of the darkish Shiv chaisa and Shiv chaisa dazzling fortnights) one should invite a pandit and devotely make offerings to Lord Shiva. Those that fast and pray to Lord Shiva on Trayodashi are normally nutritious and prosperous.
मात-पिता भ्राता सब होई। संकट में पूछत नहिं कोई॥
शिव को भस्म क्यों चढ़ाई जाती है, जानिए यहां भस्म आरती के राज